Diwali 2022: दिवाली पर 99% लोग भुल वश अपने घर की लक्ष्मी किसी और के घर भेज देते हैं इस दिवाली पर आप ये गलती मत करना

 

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बहुत सारे लोग जाने अनजाने में अपने घर की लक्ष्मी किसी और के घर भेज देते हैं .  इस दीपावली(Diwali) पर यह गलती आप बिल्कुल भी मत करना 


ध्यान देना ,  जिन बातों को मैं आपको बताने  जा रहा हूं यदि इस दीपावली पर विशेष रूप से इन बातों का ध्यान रखेंगे तो तो मेरा पूर्ण विश्वास है इस दीपावली पर  महालक्ष्मी का मिलेगा आपको पूर्ण रूप से आशीर्वाद.


ध्यान से सुनना, यह विडियो  आपको देखना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि 99% लोग जाने अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं कि हम हमारी ही घर की लक्ष्मी किसी और के घर भेज देते हैं 


सबसे पहले हम ये जानते है की  किस तरह हम जाने -अनजाने अपने गलतियों के चलते हम हमारे घर की लक्ष्मी किसी और के घर भेज देते हैं .


 आपने देखा होगा दीपावली की खरीदारी करते हैं तो बहुत सी दुकान  पर उपहार स्वरूप में आपको लक्ष्मी जी का चित्र जो कि कागज पर बना हुआ होता है वह दिया जाता हैं 


ध्यान देना-इस विडियो को बिच में छोरकर है जाना बहुत मूल्यवान बात बताने जा रहा हूँ. 


 दीपावली के दिन जो  न्यूज़ पेपर हम खरीदते हैं  उस न्यूज़ पेपर में भी आपको एक लक्ष्मी जी का फोटो दिया जाता है 


ध्यान से सुनना गलती कहा हो जाती हैं -  इस दुकान और न्यूज़ पेपर में दी हुई फोटो को अपना  समझ कर हम अपनी पूजा में सम्मिलित कर लेते हैं उसी फोटो  से हम लक्ष्मी जी का पूजन कर लेते हैं 


ऐसा प्रयोजन आपको बिल्कुल भी नहीं करना होता क्योंकि किसी के उपहार  दिए हुए लक्ष्मी जी और गणेश जी का यदि आप पूजन कर रहे हैं,  तो पूजन तो आप  कर रहे हैं किंतु इस पूजा का  फल उस व्यक्ति को प्राप्त हो जाता हैं - जिस व्यक्ति ने आपको यह उपहार दिया है


ध्यान देना , जब आप  न्यूज़ पेपर खरीदते तो उसके अंदर लक्ष्मी जी के फोटो का  एक्स्ट्रा पन्ना होता हैं जिसके लिए आप पे  नहीं कर रहे हैं जितने का न्यूज़पेपर रोजाना आता है उतनी का ही उस दिन भी आएगा.इसका फल न्यूज़ पेपर वाले को जाता हैं 


 तो यहां पर विशेष रूप से ध्यान देना किसी भी व्यक्ति के द्वारा उपहार स्वरूप में दिया हुआ लक्ष्मी जी गणेश जी जो मूर्ति होती है उसका आपको पूजन नहीं करनी होती 


शास्त्र के अनुसार  आप अपने द्वारा अर्जित की हुई लक्ष्मी अर्थात धन से खरीदी गई  लक्ष्मी जी की मूर्ति का पूजा करना होता हैं  


चाहे वह मूर्ति  मिट्टी की है चाहे वह चांदी की है चाहे सोने की है चाहे पीतल की है जैसी भी आप खरीदना चाहे,  किंतु खुद के द्वारा धन अर्जित जो आप करते हैं उसी धन से आप लक्ष्मी जी को अपने घर लेकर आए और उसी का पूजा करें 


अगर आप किसी उपहार स्वरूप के चित्र या मूर्ति का  पूजन करते हैं तो पूजन तो आप कर रहे हैं किंतु उसके फल जो मिलने हैं उस  व्यक्ति को मिल जाता हैं जिसने  आप को उपहार दिया है 


अब दूसरी बात जानते हैं -  आजकल का एक प्रचलन है  जो धनी व्यक्ति होते हैं वह चांदी के उपहार देते हैं चांदी का सिक्का, चांदी के बर्तन.


ध्यान देना ,  इस प्रकार का  उपहार किसी अन्य व्यक्ति को देना यह साक्षात ऐसी अवस्था है जहां आप अपने घर की लक्ष्मी किसी और को दे रहे हैं 


इस  दीपावली पर गलती से भी ऐसा प्रयोग ना करें. क्योंकि चांदी साक्षात लक्ष्मी का स्वरुप है  इसलिए   दीपावली महापर्व पर तो गलती से भी ऐसा  नहीं करना चाहिए, ना चांदी का सिक्का,ना ही चांदी के बर्तन या किसी अन्य प्रकार से चांदी की बनी हुई गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा ये चीज  किसी को उपहार में मत देना 


अगर ऐसा गलती आप कर रहे हैं तो आप अपने घर की लक्ष्मी सामने वाले व्यक्ति के घर  में भेज रहे हैं.  जिस व्यक्ति को यह उपहार जा रहा है उस व्यक्ति के लिए तो बड़ा अच्छा है जिसको यह मिल रहा है किंतु जो दे रहा है वह अपने घर की लक्ष्मी किसी और के पास भेज रहा है


 तीसरी अवस्था के अंदर आपको क्या नहीं करना हैं - ध्यान देना तब समझ में आएगा -  किस भी व्यक्ति से दीपावली की पूजन की जो सामग्री होती हैं  ना ही यह आपको लेनी चाहिए ना ही किसी को देनी चाहिए


 अगर आप किसी से दीपावली की पूजन की सामग्री लेकर उस  सामग्री से महालक्ष्मी का पूजन कर रहे हैं तो .  यह पूजन तो आप कर रहे हैं किंतु पुण्य सामने वाले व्यक्ति को मिलेगा जिससे आपने पूजन सामग्री लिया हैं. 



इसके साथ-साथ  किसी भी व्यक्ति को अपने द्वारा खरीदी हुई पूजन सामग्री नहीं  देनी चाहिए क्योंकि यह  मंगल का प्रतीक है.

 आपके द्वारा जो पूजन सामग्री खरीदी गई है इस पूजन सामग्री से आपको अपने घर में लक्ष्मी का स्थाई वाश चाहिए किसी और के घर में लक्ष्मी का स्थाई वास नहीं कराना है 


कोई भी व्यकी अपने भाग्य से लक्ष्मी को प्राप्त करें उसमें आपको कोई संकोच नहीं है ना ही कोई परेशानी है किंतु हमारे घर की स्थिति में स्थाई लक्ष्मी का जो वास बना हुआ है वह हमारे घर में होना चाहिए इस कारण  पूजन सामग्री ना किसी को देनी है ना ही किसी से लेनी हैं 


 चौथी गलती हम क्या  करते हैं ध्यान से  सुनना,  आजकल  जो दीपक आ रहे हैं वह  बड़े भव्य सुंदर दीपक आते हैं शुभ लाभ लिखे हुए मोमबत्ती आती है जिन्हें हम द्वार पर लगा देते हैं इनको आजकल गिफ्ट स्वरूप में देना प्रचलन में आ चुका है इस दीपावली बिल्कुल भी ऐसा मत करना.


जो सुन्दर  दीपक होते हैं, जो मोमबत्तियां होती है यह आपके जीवन में, आपके घर में प्रकाश का कारक होती है. अगर आप ये चीज किसी से ले रहे हैं तो उसके लिए आप अपने जीवन में प्रकाश की स्थिति दिखा रहे हैं यानि फायदा देने वाले को मिलेगा.

 और यदि आप ये  दीपक,मोमबत्ती  किसी को उपहार में देते हैं तो आप अपने घर का प्रकाश कहीं ना कहीं किसी और व्यक्ति के घर में प्रज्वलित कर रहे हैं .


 साथ ही जो शुभ -लाभ बने हुए होते हैं यह अपने घर के शुभ लाभ है इनको आपको किसी को दीपावली में उपहार स्वरूप नहीं देने हैं इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखिएगा


 और अंतिम गलती क्या हो जाती हैं इसका ध्यान देना - जैसा मैंने आपको बताया चांदी के बर्तन चांदी का सिक्का यह किसी को नहीं देना होता उसी प्रकार आपको स्टील के बर्तन, काले बर्तन , कोई काली वस्तु, परफ्यूम ये चीज  कभी भी किसी को दीपावली पर उपहार स्वरूप में नहीं देनी चाहिए 


बर्तन जो होते हैं यह आपके किचन की साज-सज्जा होती है और  किचन में  साक्षात् नारायण रहते हैं 


भोजन के अंदर जो हम भोजन करते हैं शास्त्र मान्यता अनुसार साक्षात् नारायण का स्वरूप बताया गया है और जिन वस्तुओं में नारायण के  स्वरूप को रखकर भोजन करते हैं वहां लक्ष्मी का वास अवश्य होता है तो ऐसे में  यदि आप बर्तन, काली वस्तु है या फिर प्रेगनेंस जो कि आपके जीवन में लग्जरी को रिप्रेजेंट करती है यदि किसी और को दे रहे हैं तो  कहीं ना कहीं आप अपने ही घर की लक्ष्मी, अपने घर की लग्जरी, अपने घर की समृधि  को किसी अन्य  व्यक्ति को दे रहे हैं . 


 यही पांच गलतियां हमारे घर की लक्ष्मी किसी और के घर भेजने का संकेत माना जाता है इस  दीपावली बिल्कुल भी यह गलती मत कीजिएगा 


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